
स्मार्ट इंडिया हैकथॉन–2025 (हार्डवेयर एडिशन): ओपीजेयू बना इनोवेशन का केंद्र, ग्रैंड फिनाले का आयोजन सफलतापूर्वक सम्पन्न
(“स्मार्ट इंडिया हैकथॉन-2025 जैसे प्लेटफ़ॉर्म युवाओं को न केवल नई चुनौतियों को समझने का अवसर देते हैं, बल्कि उन्हें वास्तविक जीवन की समस्याओं के लिए टिकाऊ और प्रभावी समाधान विकसित करने के लिए प्रेरित करते हैं।- डॉ. आर. डी. पाटीदार, कुलपति, ओपीजेयू)
रायगढ़ /तमनार @संदेशा 24
ओ.पी. जिंदल विश्वविद्यालय, रायगढ़ में 08 से 12 दिसंबर 2025 तक आयोजित स्मार्ट इंडिया हैकथॉन (SIH)–2025 – हार्डवेयर एडिशन के ग्रैंड फिनाले का भव्य एवं गरिमामय आयोजन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। हैकथॉन के फाइनल चरण में देशभर के प्रतिभाशाली प्रतिभागियों ने अपने नवाचार, कौशल तथा तकनीकी दक्षता का उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। देशभर से चयनित 20 उत्कृष्ट टीमों के 120 प्रतिभागी एवं 30 विशेषज्ञ मेंटर्स ओपीजेयू परिसर में एक साथ जुटे और पाँच दिनों तक अपनी तकनीकी दक्षता, रचनात्मक सोच और नवाचार क्षमता का अद्वितीय एवं प्रेरणादायक प्रदर्शन किया। इन प्रतिभागियों ने विभिन्न जटिल चुनौतियों पर लगातार कार्य करते हुए ऐसे समाधान प्रस्तुत किए, जो न केवल तकनीकी रूप से उन्नत थे बल्कि व्यावहारिक और सामाजिक उपयोगिता से भी परिपूर्ण थे।

कार्यक्रम का समापन समारोह 12 दिसंबर की शाम विश्वविद्यालय के पुंजीपथरा स्थित परिसर में आयोजित किया गया। समापन समारोह कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ. सी. एस. वर्मा (डेप्युटी डायरेक्टर, AICTE), श्री सौरभ निर्मले (रीजनल कंसल्टेंट–AICTE एवं शिक्षा मंत्रालय इनोवेशन सेल), डॉ. अजीत ठाकुर (हेड—HR & EHS, SAARLOHA), श्री सिखर दहिया, डॉ. आर. डी. पाटीदार (कुलपति, ओपीजेयू), डॉ. अनुराग विजयवर्गीय (कुलसचिव, ओपीजेयू) तथा अन्य गणमान्य अतिथि उपस्थित थे। समारोह के प्रारंभ में ओ.पी. जिंदल विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. आर. डी. पाटीदार ने अपने संबोधन में सभी प्रतिभागी छात्रों, मेंटर्स, तकनीकी विशेषज्ञों और निर्णायक मंडल का हार्दिक स्वागत करते हुए कहा कि पिछले पाँच दिनों में सभी टीमों द्वारा प्रदर्शित समर्पण, नवाचार और समस्या-समाधान की क्षमता वास्तव में प्रेरणादायक रही है। उन्होंने इस पूरे आयोजन को “युवा प्रतिभाओं की ऊर्जा, तकनीक और नवाचार का महान संगम” बताते हुए सभी के योगदान की सराहना की। डॉ. पाटीदार ने नवाचार, अनुसन्धान और तकनीकी उत्कृष्टता की बढ़ती आवश्यकता पर विशेष जोर दिया। उन्होंने बताया कि भविष्य उन्हीं के हाथ में है,

जो नए विचारों को साहस के साथ वास्तविक दुनिया की जरूरतों से जोड़ने की क्षमता रखते हैं। इसी दृष्टिकोण के तहत विश्वविद्यालय में इनोवेशन सेंटर की स्थापना की गई, ताकि छात्र अपने विचारों को प्रोटोटाइप में बदल सकें, और आइडिया लैब का सेटअप विशेष रूप से इस उद्देश्य से किया गया है कि नवाचार को प्रयोगात्मक स्तर से उद्योग उपयोगी समाधानों तक पहुँचाया जा सके। उन्होंने कहा,“स्मार्ट इंडिया हैकथॉन-2025 जैसे प्लेटफ़ॉर्म युवाओं को न केवल नई चुनौतियों को समझने का अवसर देते हैं, बल्कि उन्हें वास्तविक जीवन की समस्याओं के लिए टिकाऊ और प्रभावी समाधान विकसित करने के लिए प्रेरित करते हैं।” अपने संबोधन के अंत में उन्होंने प्रतियोगिता में हिस्सा लेने वाली सभी टीमों के प्रति आभार व्यक्त किया और विजेता टीमों को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए हार्दिक बधाई एवं उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएँ दीं।
समापन समारोह के दौरान श्री अजीत ठाकुर ने अपने संबोधन में MILES के महत्व पर विस्तार से प्रकाश डाला, जिसमें Manufacturing, Innovation, Leveraging Democratic Dividend, Education तथा Sustainability जैसे पाँच अत्यंत महत्वपूर्ण स्तंभ शामिल हैं। उन्होंने बताया कि भारत के भविष्य निर्माण में इन पहलुओं की भूमिका अत्यंत निर्णायक है और इस हैकथॉन में इन्हें वास्तविक रूप लेते देखना अत्यंत प्रसन्नता का विषय है। मुख्य अतिथि डॉ. सी. एस. वर्मा ने भी अपने विचार साझा करते हुए कहा कि “आवश्यकता आविष्कार की जननी है, और उसका पिता युवाओं के भीतर विद्यमान रचनात्मकता है।” उन्होंने आगे कहा कि इन पाँच दिनों के दौरान प्रतिभागियों ने अपनी सृजनात्मक सोच, नवाचार क्षमता और समस्या-समाधान कौशल का जो अद्भुत प्रदर्शन किया है, वह इस कथन को पूर्णतः सार्थक सिद्ध करता है।

प्रतियोगिता में शामिल प्रतियोगियों और मेंटर्स ने अपना-अपना फीडबैक भी दिया। श्री सौरभ निर्मले (रीजनल कंसल्टेंट–AICTE एवं शिक्षा मंत्रालय इनोवेशन सेल) ने हैकथॉन–2025 ग्रैंड फिनाले के सफल आयोजन के लिए ओ.पी. जिंदल विश्वविद्यालय और पूरी आयोजन टीम को हार्दिक बधाई दी। उन्होंने कहा कि ओपीजेयू द्वारा प्रदान की गई उत्कृष्ट व्यवस्थाएँ, तकनीकी सहयोग और नवाचार-अनुकूल वातावरण इस आयोजन की सफलता का मुख्य आधार रहे। सभी ने विश्वविद्यालय द्वारा उपलब्ध कराई गयी हर तरह की सुविधाओं की प्रशंसा भी किया।
ओ.पी. जिंदल विश्वविद्यालय के पुंजीपथरा परिसर में आयोजित स्मार्ट इंडिया हैकथॉन (SIH)–2025 के भव्य समापन समारोह में उत्साह और उपलब्धि की अनूठी झलक देखने को मिली। पाँच दिनों तक चले इस हैकथॉन के फाइनल राउंड में अपनी उत्कृष्ट नवाचारी परियोजनाओं से प्रभावित करने वाली विजयी टीमों को आयोजन समिति द्वारा डेढ़–डेढ़ लाख रुपये का पुरस्कार चेक प्रदान किया गया, जिसके बाद पूरे सभागार में जोरदार तालियों की गड़गड़ाहट गूँज उठी। इस ग्रैंड फिनाले में AICTE इनोवेशन कैटेगरी की 3 प्रॉब्लम स्टेटमेंट्स तथा छत्तीसगढ़ शासन की 1 प्रॉब्लम स्टेटमेंट पर प्रतिभागी टीमों ने समाधान प्रस्तुत किए। कुल 4 प्रॉब्लम स्टेटमेंट्स पर प्रतिस्पर्धा हुई, जिनमें से 3 प्रॉब्लम स्टेटमेंट्स पर अलग–अलग तीन टीमों ने व्यक्तिगत रूप से जीत दर्ज की, जबकि एक प्रॉब्लम स्टेटमेंट के लिए दो टीमों को संयुक्त रूप से विजेता घोषित किया गया। समारोह के दौरान प्रतियोगिता में विजेता टीम्स को पुरस्कार प्रदान किये और सभी मेंटर्स एवं निर्णायकों को स्मृति चिन्ह से सम्मानित किया गया। प्रतियोगिता में RV कॉलेज ऑफ़ इंजीनियरिंग, बेंगलुरु, विद्या प्रतिष्ठान कमलनयन बजाज इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, बरामती (पुणे), श्री एम. वी. इंजीनियरिंग कॉलेज, पांडिचेरी, अटल बिहारी विश्वविद्यालय, बिलासपुर और श्री कृष्णा कॉलेज ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, कोयंबटूर विजेता रही। इन सभी टीमों ने अपनी उत्कृष्ट तकनीकी दक्षता, नवाचार और रचनात्मक समाधान प्रस्तुत कर प्रतियोगिता में शीर्ष स्थान प्राप्त किया। अंत में कार्यक्रम समन्वयक डॉ. आर. एन. शुक्ल ने सभी के हर तरह के सहयोग के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया। समारोह का वातावरण ऊर्जा, उत्साह और छात्रों के आत्मविश्वास से भरा हुआ था, जो इस आयोजन की सफलता और ओपीजेयू की नवाचार-उन्मुख शैक्षणिक सोच को स्पष्ट रूप से प्रदर्शित करता है।




